ख़बर ,जिन पर नहीं पड़ी आपकी नज़र
1-तलाक भी है मुहब्बत भी और रिश्ता भी कायम है
ऋतिक सुजैन की अजब गजब कहानी
श्रृतिकरोशन और सुजैन खान भले ही एक-दूसरे से अलग हो गए हों लेकिन दोनों के बीच आज भी अच्छी दोस्ती देखने को मिलती है. कई बार दोनों एक-दूसरे के सपोर्ट करते हुए दिखाई देते हैं और साथ ही सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते रहते हैं.
लॉकडाउन के दौरान सुजैन रितिक रोशन के साथ उनके घर पर रुकी थीं. ये फैसला उन्होंने बच्चों की देखभाल की वजह से लिया था. सुजैन के इस फैसले की तारीफ रितिक के पिता राकेश रोशन ने भी की थी. रितिक से अलग होने के बाद भी सुजैन रितिक के परिवार का अटूट हिस्सा हैं. वह हर जरूरत के वक्त फैमिली के साथ होती हैं. source abp
2-ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डीन जोंस ने MS Dhoni की तारीफ़ में बांधे पुल
धोनी कोबरा की तरह शांत रहकर करते हैं शिकार :
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डीन जोंस ने कहा कि वो MS Dhoni को भारत के ऑल-टाइम पांच क्रिकेटरों में रखेंगे और उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान की लीडरशिप क्वालिटी की भी जमकर तारीफ की। एम एस आइपीएल इतिहास के सफल कप्तानों में से हैं जिनके हिस्से तीन ट्रॉफी है और इस टीम ने उनकी कप्तानी में दसों बार प्लेऑफ में जगह बनाई है। पिछले साल सीएसके सिर्फ एक रन से खिताबी जीत से दूर हो गई थी
डीन जोंस ने कहा कि जब रणनीति की बात आती है तो वो कंजरवेटिव (रूढ़िवादी) बने रहते हैं, लेकिन अपने विरोधियों को आराम से आउट कर सकते हैं। वो मैदान पर अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और विकेट के पीछे से अपने खिलाड़ियों पर दवाब बनाए बिना ही उनके साथ बने रहते हैं।
डीन जोंस ने धौनी की तुलना कोबरा से की,अपने गलती करने के लिए अपने विरोधी का इंतजार करता है और फिर मार डालता है। उन्होंने कहा कि एम एस भी कोबरा की तरह इंतजार करते हैं कि आप एक गलती करो और फिर वो आपको तुरंत निचोड़ लें यानी आउट कर दें।
डीन ने कहा कि लोग हमेशा ये याद रखेंगे कि एम एस धौनी ने क्या किया है वो मेरे लिए भारत के पांच ऑल-टाइम क्रिकेटरों में शामिल रहेंगे।source Jagran
3-अत्यंत दुर्लभ खगोलीय घटना घटित,हो चुका है अवतार का जन्म
13 सितम्बर की दोपहर 1.20 पर और 14 सितम्बर को दोपहर 1.16 बजे एक ऐसी स्थिति निर्मित हुई जब धनु लग्न था, और केंद्र व त्रिकोण में 9 में से 6 ग्रह विराजमान थे। केंद्र के मालिक गुरु केंद्र में ही आसीन थे। पंचमेश मंगल पंचम में, राहू सप्तम में, सूर्य नवम में और बुध दशम में आरूढ़ होकर अदभुत योग का कारक बना।समय का पहिया अपने रफ़्तार से घूमता रहा और ऐसा हो गया जिसकी खबर बड़े बड़े ज्योतिषियों को भी नही हुई।
पता भी न चला कि रविवार 13 सितंबर 2020 को भारतीय समयानुसार 10 बजकर 37 मिनट पर एक अद्भुत खगोलीय घटना घट गयी।
9 ग्रहों में से 7 ग्रहों के अपने घर होते हैं, उनमें से छः ग्रह स्वग्रही हो जाना एक दुर्लभ खगोलीय घटना है। जब 5 ग्रह स्वग्रही योग में होते हैं तो किसी महाशक्ति सम्पन्न व्यक्ति का जन्म होता है। जब 6 और 7 ग्रह स्वग्रही हों तो इन्ही में से चुपचाप किसी महापुरुष या अवतारी शक्ति का प्राकट्य होता है। पूरी संभावना है कि इन 51 घंटे और 88 मिनट में किसी सर्वशक्ति संपन्न व्यक्ति, महापुरुष या अवतारी शक्ति का जन्म हो चुका होगा।source jansatta
4-पीओके में चीन बना रहा है सैन्य ठिकाना,भारत के खिलाफ चीन-पाक का खतरनाक षड्यंत्र
एशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने हाल के दिनों में सीपीईसी के तहत 11 अरब डॉलर के और प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी है। इनमें से कई चीनी प्रॉजेक्ट पीओके में चलाए जाने हैं। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी प्रशासन ने चुपके से चीनी सेना को अपने ग्वादर और गिलगिट बाल्टिस्तान के सैन्य ठिकानों को इस्तेमाल करने का अधिकार दे दिया है।
चीन सीपीईसी के तहत पाकिस्तान में 87 अरब डॉलर की मदद से बंदरगाह, सड़कें, रेलवे और पॉवर प्लांट बना रहा है। चीन का मकसद मलक्का स्ट्रेट पर अपनी निर्भरता को कम करते हुए ग्वादर पोर्ट के रास्ते दुनिया को सामानों की निर्यात करना है
तिब्बत और ताइवान से दूर रहने की नसीहत देने वाला चीन खुद भारत के मूलभूत हितों की अनदेखी कर तनाव को भड़काने में लगा हुआ है। चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के तहत जहां ड्रैगन पाकिस्तान में 87 अरब डॉलर के निवेश कर रहा है, वहीं चुपके से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के गिलगिट इलाके में पाकिस्तानी सेना की मदद से सैन्य ठिकाना बनाने में लगा हुआ है।
चीन और पाकिस्तान इसी नापाक चाल की वजह से लद्दाख में भारत के साथ ड्रैगन का तनाव बढ़ता ही जा रहा है। गिलगिट विवादित पीओके में आता है जिस पर भारत अपना दावा करता रहा है।पीओके में चीनी सेना के आने से भारत के खिलाफ पाकिस्तान की स्थिति और ज्यादा मजबूत हो जाएगी। कुछ विश्लेषकों का यहां तक कहना है कि चीन पाकिस्तान में सैन्य ठिकाने से महज एक कदम दूर है। विशेषज्ञों का कहना है कि पीओके में चीनी निवेश भारत को जानबूझकर दिया गया झटका है। इससे भारत और चीन के बीच और ज्यादा तनाव बढ़ेगा। source nbt
5-लकडी की काठी घोड़ा नहीं,लकड़ी की साईकिल,
जिससे 20-25 किमी का सफर कर सकते हैं,देश विदेश में बढ़ी मांग,कीमत 15000 रुपए
धनीराम ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि वह लॉकडाउन में खाली थे तो उनके दिमाग में एक डिजाइन आया, जिसे उन्होंने पहले पेपर पर उतारा। धनीराम ने कहा, 'इस साइकिल का डिजाइन मैंने पहले कभी नहीं सोचा था, लॉकडाउन के दौरान लकड़ी की साइकिल बनाने का विचार आया, जिसको बनाने में करीब चार महीने का समय लगा। पहले मैंने साइकिल को प्लाई से बनाया लेकिन उसमें थोड़ी कमी रह गई, फिर चार महीने बाद एक अच्छी साइकिल तैयार हुई।
'धनीराम ने बताया, 'लॉकडाउन के समय मेरे पास काम नहीं था और लकड़ी की साइकिल बनाने का आइडिया भी इसी वजह से आया क्योंकि मेरे पास सिर्फ लकड़ी और प्लाइवुड जैसी चीजें ही थी। इसके अलावा मेरे पास पुरानी साइकिल का सामान भी पड़ा हुआ था।' धनीराम के मुताबिक उन्होंने पहले साइकिल के पुर्जों को समझा और उसकी इंजीनियरिंग पर बारीकी से गौर किया। इसके बाद उन्होंने पेपर पर एक ब्लू प्रिंट तैयार कर साइकिल पर काम शुरू कर दिया।
साइकिल के वजन की बात करें तो यह 20 से 22 किलोग्राम की है। धनीराम इसे और हल्का बनाने के लिए लगातार डिजाइन में बदलवा कर रहे हैं। उन्होंने अपने अगले मॉडल में गियर और डिस्क ब्रेक लगाने का भी फैसला किया है।
धनीराम के अनुसार इस साइकिल पर कोई भी आसानी से 25-30 किलोमीटर का सफर तय कर सकता है। फिलहाल धनीराम द्वारा बनाई इस साइकिल को एक निजी कंपनी 15 हजार रुपए में बेच रही है।
धनीराम की यह साइकिल अब सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी धूम मचा रही है। लकड़ी से बनी इस साइकिल के खरीदार दिल्ली, जालंधर के अलावा दक्षिण अफ्रीका और कनाडा में भी हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी उनकी ये साइकिल धमाल मचा रही है, कई यूजर्स इसे खरीदने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। एक यूजर ने धनीराम के काम से खुश होकर लिखा, 'हम सब भारतीय इस दुनिया को बहुत खूबसूरत से भी खूबसूरत बना सकते हैं। बस जरुरत है सब को एक साथ प्रयास करने की। 'source.oneindia